यह प्रभाग प्राकृतिक आपदाओं तथा मानवजनित आपदाओं (सूखा और महामारी को छोड़कर) के दौरान तुरन्त हरकत में आने, राहत-कार्य तथा सदैव मुस्तैद रहने हेतु उत्तरदायी है| यह प्रभाग इस हेतु विधान, नीति निर्धारण, क्षमता-निर्माण, निवारण, प्रशमन तथा दीर्घकालिक पुनर्वास के लिए भी उत्तरदायी है|